फर्जी दस्तावेज तैयार करके रिक्त पद हेतु विज्ञापन जारी करके करोड़ों की राशि की वसूली का मामला पकड़ा तूल

By mnnews24x7.com Thu, Nov 24th 2022 मिसिरगवां समाचार     

फर्जी दस्तावेज तैयार करके रिक्त पद हेतु विज्ञापन जारी करके करोड़ों की राशि की वसूली का मामला पकड़ा तूल समाजिक कार्यकर्ता बी के मामला भ्रष्टाचारियो को किया बेनकाब
एमपी 2013 व्यापम घोटाला के बाद ये दूसरा सबसे बड़ा घोटाला जिला पंचायत रीवा में किया गया संजय सिंह सहित कम्प्यूटर ऑपरेटर की भूमिका संदिग्ध


जिला पंचायत सीईओ ने बताये की जारी दस्तावेज हमारे नहीं है सिंगनेचर जिला पंचायत के दोषी कर्मचारियों पर होगी कड़ी कार्यवाही
मध्यप्रदेश के रीवा जिले में बड़ा घोटाला उजागर हुआ है एमपी 2013 से भी बड़ा घोटाला रीवा जिला पंचायत कार्यालय में उजागर हुआ है समाजिक कार्यकर्ता बी के माला के द्वारा बताया गया कि रीवा जिले के जिला पंचायत कार्यालय रीवा में पदस्थ अधिकारियों तथा कर्मचारियों की सांठ गांठ से रिक्त पद भरने तथा नियुक्ति के नाम पर विज्ञापन किया गया विज्ञापन में आरक्षण रोस्टर के अनुसार पद बना कर विज्ञापन जारी किया गया विज्ञापन किसी भी समाचार पत्र में प्रकाशित नहीं हुआ तथा आन लाइन भी नहीं किया गया जिससे संदेह पैदा होने लगा जब इस विषय पर गंभीरता से तपतीश की गई तो पता चला कि जिला पंचायत रीवा का विज्ञापन जारी दिनांक 18/10/2020 जो कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रीवा के हस्ताक्षर से जारी किया गया है तथा निम्न पद हेतु संविदा सहायक ग्रेड 3 पद 18, लेखापाल पद 18, परियोजना समन्वयक पद 16 कुल योग 54 पद के लिए विज्ञापन जारी किया गया था दूसरा विज्ञापन दिनांक 03/01/2020 को जारी किया गया जिसे कुल 77 पद का विज्ञापन जारी करके संबंधित अभ्यर्थियों का फार्म भरवाया गया था तथा नौकरी देने के नाम पर करोड़ो की राशि संबंधित अभ्यर्थियों तथा उनके परिवार जनों से ली गई इस पूरे प्रकरण पर जिला पंचायत रीवा के कई अधिकारी तथा कर्मचारी शामिल है। इस समुचे प्रकरण की शिकायत संबंधित अभ्यर्थियों द्वारा भी कलेक्टर रीवा के पास की गई थी। जिला पंचायत रीवा में पदस्थ संजय सिंह परियोजना समन्वयक तथा एक कर्मचारी अभय वर्मा वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष कक्ष में कम्प्यूटर आपरेटर के दायित्व में है व अन्य अधिकारी कर्मचारी इस विज्ञापन के आधार पर करोड़ों की राशि ली गई है ऐसा कुछ अभ्यर्थियों तथा उनके परिजनों द्वारा दी गई राशि है जिसकी एक सूची भी बनी है जो प्रमाण बतौर देखी जा सकती है। यह सूची अभ्यर्थियों द्वारा बनाई गई है वह काम विज्ञापन के पद क्रमानुसार है साथ ही इस विषय की आडियो वीडियो व अन्य अभिलेख भी है जिससे यह प्रमाणित होता है कि जिला पंचायत रीवा में इस प्रकार की गंभीर नियम विरूद्ध कूटरचित मनगढ़त फर्जी दस्तावेज तैयार नौकरी के नाम पर योजनाबद्ध तरीके से ठगी करने की एक प्लानिंग बनाई गई थी। इस समुचे प्लान में जिला पंचायत रीवा कार्यालय के शीर्ष अधिकारी भी शामिल है ऐसा प्रतीत होता है तथा इस समुचे फर्जीवाडे में कई अधिकारी कर्मचारी सभागीय मुख्यालय के एक बड़े कार्यालय में फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहे थे। इस खेल की यदि गहन जांच हो तो कई बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े के मामले सामने आयेंगे तथा कई अधिकारी व कर्मचारी बेनकाब होंगे तथा इस विज्ञानपन के आधार पर कितने लोगों से राशि ली गई होगी यह अपने आप में विचारणीय विषय है। यह तो जांच के बाद ही पता चल पायेगा कि इस प्रकरण की लिंक कहा तक है और इस समुचे व्यापक फर्जीवाड़े में कौन-कौन शामिल है।



जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि हमारे नहीं है हस्ताक्षर दोषियों पर होगी कड़ी कार्यवाही





रीवा जिला पंचायत कार्यालय के मुख्य कार्यपालन अधिकारी स्वप्निल वानखेडे का बयान सामने आया है सीईओ स्वप्निल वानखेड़े द्वारा बताया गया कि दस्तावेज तैयार किए गए हैं इसमें हमारे हस्ताक्षर नहीं हैं अगर यह गड़बड़ी हमारे कार्यालय के कर्मचारी व अधिकारी द्वारा की गई है उनके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएगी ।

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